तुझसे जुदा हो जाना उलझन जैसा है,
ये ख़याल भी अब तो दुश्मन जैसा है.
ये ख़याल भी अब तो दुश्मन जैसा है.
साथ चलूँ तो लगे बुजुर्गों जैसा तू,
मुड़कर मैं देखूँ तो बचपन जैसा है.
मुड़कर मैं देखूँ तो बचपन जैसा है.
साँसों में "दिन-रात" महकते रहते हैं,
कोई तो है जो मुझमें चन्दन जैसा है.
कोई तो है जो मुझमें चन्दन जैसा है.
दिन तो लगता है जैसे क़व्वाली हो,
रात में तेरा नाम कीर्तन जैसा है.
रात में तेरा नाम कीर्तन जैसा है.
करे अगर महसूस तो हर अहसास मेरा,
महलों में मिट्टी के आँगन जैसा है.
महलों में मिट्टी के आँगन जैसा है.
झुलसे हुए बदन और जलते मौसम में,
मुझमें तेरा होना सावन जैसा है.
मुझमें तेरा होना सावन जैसा है.
आकर जबसे तूने पहना है मुझको,
बदन मेरा बस किसी पैरहन जैसा है.
बदन मेरा बस किसी पैरहन जैसा है.
पैरहन (कपड़े)
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